Chirag Shetty biography in Hindi। भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी चिराग शेट्टी जीवन परिचय।
भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने रविवार को इतिहास रच दिया। टीम ने 73 साल में पहली बार थॉमस कप जीता, वो भी उस इंडोनेशिया को हराकर, जिसने 14 बार इस खिताब को हासिल किया है। भारत ने इंडोनेशियाई दल को 3-0 से मात दी। भारत इस टूर्नामेंट में पहली बार फाइनल खेल रहा था। 5 मैचों की इस जंग में भारत ने 2 सिंगल्स और एक डबल्स मैच जीता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय टीम को इस ऐतिहासिक जीत की बधाई दी है।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी चिराग चंद्रशेखर शेट्टी एक शानदार खिलाड़ी हैं और वह मिक्सड डब्लस के साथ पुरुष डब्लस में खेलते हैं। सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी के साथ उनकी जोड़ी काफी सफल रही है और दोनों ने साथ में कई खिताबों को अपने नाम पर किया है। हैदराबाद में गोपीचंद बैडमिंटन एकेडमी में चिराग ट्रेनिंग करते हैं और कुछ समय पहले ही उन्होंने जब थाईलैंड ओपन में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी के साथ मिलकर जीत हासिल की थी, तो वह भारत की पहली ऐसी जोड़ी बन गयी जिन्होंने पुरुषो के सुपर 500 के टाइटल को अपने नाम पर किया था।
शुरुआती जीवन
चिराग शेट्टी ने अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए बैडमिंटन को चुना, क्योंकि उनके पिता हमेशा चाहते थे, कि एक दिन उनका बेटा कॉमनवेल्थ गेम्स में खेले। युवा चिराग ने अपने खेल में काफी मेहनत की जिस कारण उन्होंने नेशनल और इंटरनेशनल स्तर पर कई पदकों को जीता। चिराग ने सात्विकसाईराज के साथ मिलकर पूर्व वर्ल्ड टॉपर और ओलंपिक चैंपियन टीम मार्किस किडो और हेंद्रा गुनावन को हराया इसके अलावा दोनों ने ग्लासगो वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए भी सफलतापूर्वक क्वालीफाइ किया।
चिराग चंद्रशेखर शेट्टी का जन्म 4 जुलाई 1997 को मुम्बई में हुआ था। चिराग के पिता का नाम चंद्रशेखर शेट्टी और मां का नाम सुजाता शेट्टी है। भारतीय माता-पिता जो अपने बच्चों को किसी एक प्रोफेशन को चुनने का दबाव डालते हैं, तो वहीं चिराग के माता-पिता ने अपने दोनों ही बच्चों को किसी एक व्यक्तिगत स्पोर्ट में करियर बनाने के लिए कहा। चिराग की बहन अर्या शेट्टी भी एक बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। अर्या इस समय उदय पवार एकेडमी में ट्रेनिंग कर रहीं हैं और वह भी डब्लस में अपना करियर बनाना चाहती हैं।
चिराग के पिता ने अपने दोनों ही बच्चों का लगातार सपोर्ट किया है, लेकिन चंद्रशेखर चाहते हैं, कि चिराग को व्यक्तिगत तौर पर खेलना चाहिए क्योंकि टीम गेम में काफी सारी चीज़े शामिल होने के साथ राजनीति भी देखने को मिलती है, लेकिन चिराग ने अपने पिता की इस सोच को गलत साबित करते हुए टीम गेम में ही सारी सफलता हासिल की। दोनों ही बच्चों के खेल में होने की वजह से चंद्रशेखर और सुजाता को उनके खेल के प्रति चिंता भी रहती है और इस कारण भारत में होने वाले कॉम्पटीशन को देखने जाते हैं, जिससे अपने बच्चों का हौसला बढ़ा सके।
प्रोफेशनल जीवन
चिराग शेट्टी अपने स्कूल रियान इंटरनेशनल से ही एक चैंपियन बैडमिंटन खिलाड़ी रहे हैं। 22 साल के चिराग को पूर्व भारतीय इंटरनेशनल खिलाड़ी उदय पवार ने ट्रेनिंग दी है। अपने करियर के शुरूआती दिनों में चिराग ने प्रदर्शन के दम पर नेशनल स्तर के काफी कोचों का ध्यान अपनी तरफ खीचा था। उदय पवार एकेडमी में ट्रेनिंग करने के बाद चिरान हैदराबाद चले गए जहां पर उन्होंने गोपीचंद एकेडमी में ट्रेनिंग ली और उनके साथी खिलाड़ी सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी भी इसी एकेडमी में ट्रेनिंग लेते हैं।
गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले चिराग को बैक इंजरी हो गयी थी लेकिन इसके बावजूद चिराग ने डब्लस में सिल्वर तो वहीं मिक्सड डब्लस में गोल्ड मेडल जीता और इसके बाद चिराग ने BWF वर्ल्ड चैंपियनशिप के अलावा कई और टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। चिराग ने अभी तक 5 अंतरराष्ट्रीय खिताब अपने नाम पर किये हैं।
अचीवमेंट
साल 2018 में गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में मिक्सड डब्लस इवेंट में गोल्ड मेडल जीता।
साल 2018 में गोल्ड कोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुष डब्लस में सिल्वर पदक जीता।
साल 2016 में हैदराबाद में हुई एशियन टीम चैंपियनशिप में पुरुष टीम इवेंट में कांस्य पदक जीता।
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