Movie Review
माई
कलाकार
साक्षी तंवर , विवेक मुश्रान , वामिका गब्बी , राइमा सेन , प्रशांत नारायणन , अंकुर रतन , अनंत विधात , वैभव राज गुप्ता और सीमा पाहवा
लेखक
तमल सेन , अमिता व्यास और अतुल मोंगिया
निर्देशक
अंशाई लाल और अतुल मोंगिया
निर्माता
अतुल मोंगिया
ओटीटी
नेटफ्लिक्स
रेटिंग/
1.5/5
mai netflix story
शील चौधरी (साक्षी तंवर), एक मिडिल क्लास मां है। उसी बेटी सुप्रिया (वामिका गब्बी) की सड़क दुर्घटना में मौत हो जाती है। शील की आंखों के सामने उसकी बेटी को एक ट्रक रौंद कर चला जाता है। इस दुर्घटना के फौरन बाद शील को यह एहसास होता है कि यह सिर्फ एक हिट एंड रन का मामला नहीं है, बल्कि इसमें कोई और खेल है। अब वह सच का पता लगाने के लिए निकल पड़ती। एक मां अपनी बेटी के लिए इंसाफ की लड़ाई ही नहीं लड़ रही है, उसे उस सच का भी सामना करना है, जिसने उसकी बेटी की जान ली है।
mai netflix review
'माई' देखते हुए आपको 2017 में रिलीज बॉलिवुड फिल्म 'मॉम' की याद आएगी। श्रीदेवी ने इसमें मां का किरदार निभाया था। आपको रवीना टंडन की 'मातृ' की भी याद आ सकती है। ये दोनों ही फिल्में इस वेब सीरीज से बहुत हद तक मेल खाते हैं। खासकर तीनों की ही कहानियों का प्लॉट एक ही है। एक साधारण मां अपनी बेटी के लिए इंसाफ चाहती है। वेब सीरीज में बेटी की मौत के बाद शील की जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है। पहली नजर में यह एक एक्सीडेंट लग सकता है, लेकिन जल्द ही शील के साथ-साथ दर्शकों को भी पता चलता है कि कहानी इतनी भी सिंपल नहीं है। सुप्रिया की हत्या हुई है और इसके पीछे एक कारण है। शील इसी गुत्थी सुलझा रही है।
इस कहानी के साथ-साथ एक कहानी फारूक सिद्दीकी (अंकुर रतन) की भी है। वह स्पेशल पुलिस फोर्स में अफसर है। फारूक एक मेडिकल स्कैम और मनी लॉन्ड्रिंग मामले का भंडाफोड़ करने वाला है। इस पूरे अपराध की जड़ जवाहर (प्रशांत नारायण) है। जवाहर की पार्टनर इन क्राइम है उसकी सबसे भरोसेमंद नीलम (राइमा सेन), जो रघु (सौरभ दुबे), केशव, प्रशांत और शंकर के साथ जवाहर का पूरा बिजनस संभालती है। पुलिस अफसर फारूक असल में सुप्रिया का बॉयफ्रेंड भी है, जबकि शील के तार भी जवाहर से जुड़े हुए हैं। वह जवाहर की बूढ़ी मां की केयरटेकर है। सीरीज में जितने भी किरदार हैं, वह कहीं न कहीं सुप्रिया या शील से जुड़े हुए हैं।
0 Comments